सर्वनाम किसे कहते हैं और कितने प्रकार के होते हैं? sarvanam kise kahate hain

सर्वनाम किसे कहते हैं और कितने प्रकार के होते हैं?

सर्वनाम के परिभाषा

संज्ञा के बदले जिन शब्दों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें सर्वनाम कहते हैं। जैसे – वह, उसे, उसने, मैं, मेरा, मेरे, वे, हमलोग आदि।

उदाहरण के लिए –

रमेश एक लड़का है।
वह पढ़ने में तेज हैं।
उसने कड़ी मेहनत की हैं।
उसे अवश्य सफलता मिलेगी।

मोटे अक्षरवाले शब्द ( वह, उसने, उसे ) सर्वनाम हैं, क्योंकि ये रमेश (संज्ञा) के बदले आए हैं।

हिंदी में कुल 11 मूल सर्वनाम हैं – मैं, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कोई, क्या, कुछ और कौन। इन्हीं मूल सर्वनामो से विभिन्न प्रकार के सर्वनामो की उत्पत्ति हुई है।

सर्वनाम के भेद:

सर्वनाम के 6 भेद होते हैं –

( 1 ) पुरुषवाचक सर्वनाम ( Personal Pronoun )
( 2 ) निश्चयवाचक सर्वनाम ( Demonstrative Pronoun )
( 3 ) अनिश्चयवाचक सर्वनाम ( Indefinite Pronoun )
( 4 ) संबंधवाचक सर्वनाम ( Relative Pronoun )
( 5 ) निजवाचक सर्वनाम ( Reflexive Pronoun )
( 6 ) प्रश्नवाचक सर्वनाम ( Interrogative Pronoun )

( 1 ) पुरुषवाचक सर्वनाम ( Personal Pronoun ) :

जिस सर्वनाम से बोलनेवाले, सुननेवाले या जिसके बारे में कहा जानें का बोध हो, उसे पुरुषवाचक सर्वनाम कहते है। जैसे –

मैं, मैने, हमलोग, आप, आपको, वह, उसका, उसकी आदि।

उदाहरण के लिए :

मैंने आपको कल उसकी पुस्तक दी थी।

मैंने – बोलने वाले के लिए।
आपको – सुनने वाले के लिए।
उसकी – जिसके बारे में चर्चा हो रही है।

पुरुषवाचक सर्वनाम के तीन भेद होते हैं:

( 1 ) उत्तमपुरुष ( First Person )
( 2 ) मध्यमपुरुष ( Second Person )
( 3 ) अन्यपुरुष ( Third Person ) ।

( 1 ) उत्तमपुरुष ( First Person ) :

बोलनेवाला उत्तमपुरुष कहलाता है। मैं, मैंने, हम, हमने, हमारा उत्तमपुरुष हैं। जैसे –

मैं पटना जाऊंगा। ( मैं – उत्तमपुरूष, एकवचन )
हम भारतवासी है। ( हम – उत्तमपुरूष, बहुवचन )

कारक एवं वचन के अनुसार उत्तमपुरूष ( मैं ) के विभिन्न रूप इस प्रकार हैं –

( 2 ) मध्यमपुरुष ( Second Person ) :

सुननेवाले मध्यमपुरुष कहलाते हैं। तू, तुम, आप, तुमलोग, आपलोग, तुम्हारा, तुम्हारी, तुम्हारे, आपका, आपकी, आपके आदि मध्यमपुरुष है। जैसे –

तू अच्छा है। ( तू – मध्यमपुरुष, एकवचन )
तुम क्या कर रहे हों? ( तुम – मध्यमपुरुष, बहुवचन )

कारक एवं वचन के अनुसार मध्यमपुरुष के विभिन्न रूप इस प्रकार हैं –

( 3 ) अन्यपुरुष ( Third Person ) :

वक्ता – श्रोता से जिसकी चर्चा करता है, उसे अन्यपुरुष कहते हैं। दूसरे शब्दों में, उत्तमपुरुष और मध्यमपुरुष के अलावा सारे पुरुष अन्यपुरुष कहलाते है। जैसे – वह, वे, उसका, उसकी, उसे, उन्होंने आदि।

वह मोहन होगा। ( वह – अन्यपुरुष, एकवचन )
उसे बुलाओ। ( उसे – अन्यपुरुष, एकवचन )
वे चले गए हैं। ( वे – अन्यपुरुष, बहुवचन )
उन्होंने बुलाया है। ( उन्होंने – अन्यपुरुष, बहुवचन )

कारक एवं वचन के अनुसार अन्यपुरुष (वह) के विभिन्न रूप इस प्रकार हैं –

( 2 ) निश्चयवाचक सर्वनाम ( Demonstrative Pronoun ) :

जिस सर्वनाम से किसी संज्ञा का निश्चित ज्ञान, दूरी या निकटता का बोध होता है, उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहते है। जैसे – यह, वह, ये, वे आदि।

यह पुस्तक हैं। ( निश्चित रूप से पुस्तक हैं; निकट भी है )
ये लड़के हैं। ( निश्चित रूप से लड़के हैं; निकट भी है )
वह हाथी है। ( निश्चित रूप से हाथी हैं; लेकिन दूर है )
वे लड़कियां हैं। ( निश्चित रूप से लड़कियां हैं; दूरी का बोध हैं )

निश्चयवाचक सर्वनाम और पुरुषवाचक सर्वनाम में अंतर है इस प्रकार इस पर ध्यान दें –

रमेश अच्छा लड़का है। वह पढ़ रहा होगा।

रमेश अभी यहां उपस्थित नहीं है, सिर्फ उनकी चर्चा हो रही है,इसलिए वह पुरुषवाचक सर्वनाम है।

उसका नाम रमेश है। वह पढ़ रहा है।

रमेश कुछ दूरी पर है। उसकी ओर इशारा किया जा रहा है, इसलिए वह निश्चयवाचक सर्वनाम है।

तुम्हें प्रतिदिन दूध पीना चाहिए। यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।

दूध यहां पर रखा हुआ नहीं है, सिर्फ चर्चा हो रही है, इसलिए यह पुरुषवाचक सर्वनाम है।

इस दूध को क्यों नहीं पी रहे हो? यह बहुत मीठा है।

दूध का गिलास निकट है, उसकी ओर इशारा किया जा रहा है, इसलिए यह निश्चयवाचक सर्वनाम है।

( 3 ) अनिश्चयवाचक सर्वनाम ( Indefinite Pronoun ) :

जिस सर्वनाम से किसी व्यक्ति, वस्तु या भाव के अनिश्चय का बोध होता है, उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे – कुछ, कोई, किसी।

कोई आ रहा है। ( अनिश्चित व्यक्ति )
किसी कलम से लिखो। ( अनिश्चित वस्तु )
कुछ बातें हो रही है। ( अनिश्चित भाव )

( 4 ) संबंधवाचक सर्वनाम ( Relative Pronoun ) :

जिस सर्वनाम से सर्वनाम का संबंध जोड़नेवाला शब्द का बोध होता है, उसे संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे – जिसकी…. उसकी, जो….. सो आदि।

जिसकी लाठी उसकी भैंस।
जो सोता है, सो खोता है।

( 5 ) निजवाचक सर्वनाम ( Reflexive Pronoun ) :

जिस सर्वनाम से निज या स्वयं का बोध होता है, उसे निजवाचक सर्वनाम कहते है। जैसे – आप ।

मैं आप ही चला जाऊंगा = मैं स्वयं ही चला जाऊंगा।
वह अपना काम आप ही करता है = वह अपना काम स्वयं करते हैं।

नोट: इस वाक्य पर ध्यान दें – पुरुषवाचक सर्वनाम (आप) और निजवाचक सर्वनाम (आप) में अंतर है। जैसे:
आप खा रहे हैं। ( आप – पुरुषवाचक सर्वनाम है )
वह आप ही चला गया। ( आप – निजवाचक सर्वनाम है )

( 6 ) प्रश्नवाचक सर्वनाम ( Interrogative Pronoun ) :

जिस सर्वनाम से किसी प्रश्न का बोध होता है, उसे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे –

कौन खेल रहा है?
तुम कहां जा रहे हो?
क्या पढ़ रहे हो?
तुम कैसे जा रहे हो? आदि।

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